दुनिया में हमारे आस-पास कई घटनाएं होती हैं, लेकिन उनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती है। हम सभी बचपन से ही बारिश और ओस की बूंदों को देखते आ रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि आखिर ये बूंदे गोल ही क्यो होती हैं? जैसे लगता है कि उनको किसी सांचे में ढाला गया हो। अगर पानी को किसी चीज में डाल दें, तो वह उसके आकार में ही ढल जाता है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर ये बूंदें गोल ही क्यों होती हैं। आईए जानते हैं कि बारिश और ओस की बूंदें आखिर गोल आकार की ही क्यों होती हैं।
आपने बचपन में जब फिजिक्स की पढ़ाई की होगी तो आपको पृष्ठ तनाव के बारे में जरूर पढ़ाया गया होगा, लेकिन इसके पीछे वैज्ञानिक की वजह क्या है यह कभी जानने की कोशिश नहीं की गई। बारिश की बूंदों के गोल होने की वैज्ञानिक वजह भी है।
पृष्ठ तनाव की वजह से पानी की बूंदें गोल आकार की होती हैं। हम पानी को जिस बर्तन में रखते हैं, वह उसका आकार ले लेता है।
अभी भी आपके मन में सवाल खड़ा हो रहा होगा कि आखिर बारिश की बूंदें क्यों गोल होती हैं। पानी की बूंदें जब स्वतंत्र होकर गिरती हैं, तो वह न्यूनतम आकार लेने का प्रयास करती हैं। इसकी वजह से बारिश की बूंदें गोल आकार की होती हैं।
क्या है वैज्ञानिक कारण
गुरुत्वाकर्षण की वजह से सबसे न्यूनतम आकार गोलाकार होता है। पानी की बूंदें जैसे जैसे छोटी होती जाती हैं और वह गोलकार का रूप लेती जाती हैं। दूसरी किसी चीज से गोल आकार का क्षेत्रफल कम होता है जिसकी वजह से बारिश की बूंदें गोल हो जाती हैं। बारिश के अलावा कोई भी द्रव पृथ्वी के पास जैसे जैसे आता है और वह बूदों का रूप ले लेता है। पृष्ठ तनाव की वजह से बूंदों का आकार गोल होता है।